यदि आप मेडिकल फील्ड में अपना एक बढ़िया करियर बनाना चाहते हैं, तो DOTT कोर्स आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। भारत में बहुत से कम ही लोग होगें जिनको DOTT कोर्स के बारे में अच्छी जानकारी होगी। यदि आप भी DOTT कोर्स के बारे में जानकारी लेने चाहते हैं। तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये है।
आज हम इस आर्टिकल में आपके साथ DOTT Course Details in Hindi के बारे में हर एक जरूरी चीज़ को साझा करेगें। इस पूरे आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको DOTT कोर्स के बारे में काफी अच्छी जानकारी हो जायेगी।
DOTT क्या होता है? | DOTT Course Details in Hindi
DOTT का मतलब डिप्लोमा इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी होता है। यह एक डिप्लोमा कोर्स होता है जिसकी अवधि 2 साल होती है। DOTT एक मेडिकल टेक्नोलॉजी का एक प्रशिक्षण कोर्स है। इस कोर्स को करने के बाद आप ऑपरेशन थिएटर की तकनीकी में एक्सपर्ट बन जाते हैं।
DOTT कोर्स में विद्यार्थियों को चिकित्सा प्रक्रियाओं में सहायक रूप से काम करना और ऑपरेशन थिएटर में विभिन्न कार्यों को संचालित करने के बारे में ज्ञान दिया जाता है। इसके साथ साथ यह कोर्स आपको रोगी की देखभाल, स्वच्छता, उपकरणों का उपयोग, रक्त संबंधी मुद्दे और अनेस्थेटिक्स विज्ञान के बारे में भी उच्च कोटि का ज्ञान देता है।
DOTT कोर्स में विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों तरह का ज्ञान दिया जाता है। DOTT कोर्स करने के बाद विद्यार्थियों को अस्पताल, नर्सिंग होम, चिकित्सा कॉलेज, रोगी चिकित्सा केंद्र, और स्वयंसेवी संस्थानों में उच्च कोटि की जॉब मिल सकती है।
DOTT कोर्स क्यों करना चाहिये?
DOTT कोर्स करने के कई सारे कारण है। इसके कुछ महत्वपूर्ण कारणों को हम यहाँ शेयर कर रहे है। इनको जानने के बाद आपको एक आईडिया लग जायेगा कि आपको DOTT कोर्स क्यों करना चाहिए।
- DOTT कोर्स आपको चिकित्सा के फील्ड में एक बेहतरीन करियर बनाने का मौका देता है। DOTT कोर्स करने के बाद आप ऑपरेशन थिएटर के प्रोफेसनल तकनीशियन के रूप में काम करके अपना एक बेहतरीन करियर बना सकते हैं।
- DOTT कोर्स आपको ऑपरेशन थिएटर के विभिन्न प्रक्रियाओं का एक्सपर्ट बना देता है। जिसके बाद आप उच्चतम स्तर की सेवाएं प्रदान करने में सक्षम हो जाते हैं।
- DOTT कोर्स पूरा करने के बाद, आपको आपके काम के लिए सम्मान और प्रशंसा मिलती है। क्योकि आपके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं रोगियों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं।
- चिकित्सा के क्षेत्र में DOTT तकनीशियनों की काफी कमी हैं। इसलिए DOTT करने के बाद आपको विभिन्न संस्थानों में रोजगार के बेहतरीन अवसर मिलते हैं।
- DOTT कोर्स करने के बाद आपको भारत के साथ साथ विदेशों में भी रोजगार मिलने की संभावना बढ़ जाती है। विदेशों में भी DOTT तकनीशियनों की काफी आवश्यकता होती है। DOTT कोर्स करने के बाद आप विदेशों में जॉब करके बहुत पैसा कमा सकते हैं।
DOTT का फुल फॉर्म क्या होता है | DOTT Full Form In Hindi
DOTT का Full Form “डिप्लोमा इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी” होता है। DOTT एक प्रशिक्षण कोर्स है। DOTT कोर्स करने के बाद विद्यार्थी ऑपरेशन थिएटर की तकनीकी में एक्सपर्ट बन जाते हैं। इस कोर्स में विद्यार्थियों को रोगी की देखभाल, स्वच्छता, विभिन्न उपकरणों का उपयोग, रक्त संबंधी मुद्दे और अनेस्थेटिक्स विज्ञान के बारे में सिखाया जाता है।
DOTT कोर्स कितने साल का होता है?
DOTT कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 साल होती है। इन 2 साल की पढ़ाई को पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को 6 महीने का इंटर्नशिप भी करना पड़ता है। DOTT कोर्स करने के बाद विद्यार्थियों को उच्च कोटि की हाई सैलरी वाली जॉब मिलती है।
DOTT कोर्स के लिए आयु सीमा क्या होनी चाहिए?
DOTT कोर्स में एडमिशन लेने के लिए न्यूनतम आयु 17 साल होनी चाहिय वही अधिकतम आयु 35 साल तक होना चाहिए। DOTT कोर्स 2 साल का होता है। कोई भी 12वीं साइंस स्ट्रीम से पास विद्यार्थी DOTT कोर्स में एडमिशन ले सकता है।
DOTT कोर्स में एडमिशन के लिए योग्यता? | DOTT Ke Liye Qualification
DOTT कोर्स के लिए निम्नलिखित योग्यता की आवश्यक होती है। जिसके बारे में हम यहाँ नीचे शेयर कर रहे है। उम्मीद है ये जानकारी आपको पसंद आयेगी।
- DOTT कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आवेदक की उम्र 17 से 35 साल के बीच में होनी चाहिए।
- भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से आवेदक 12वीं साइंस स्ट्रीम से अच्छे अंक के साथ पास होना चाहिए।
- भारत के कई कॉलेजो में DOTT कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदक को प्रवेश परीक्षा देना पड़ता है। प्रवेश परीक्षा में पास होने के बाद ही वहाँ एडमिसन मिलता है।
- भारत के कुछ राज्यों में DOTT कोर्स में एडमिशन के लिए NEET का परीक्षा देना आवश्यक होता है।
- DOTT कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आवेदक भारत का नागरिक होने चाहिए।
भारत मे DOTT कोर्स की फीस कितनी होती है? | DOTT Course Fees
भारत में हर एक कॉलेज और संस्थानों में DOTT कोर्स की फीस अलग अलग होती है। DOTT कोर्स के लिए प्राइवेट कॉलेज में फीस सरकारी कॉलेजो की अपेक्षा ज्यादा होती है।
सरकारी कॉलेज में DOTT कोर्स की औसत फीस ₹20000 से ₹50000 हजार प्रति साल तक हो सकता है। वही प्राइवेट कॉलेज में DOTT कोर्स की औसत फीस ₹50000 से ₹100000 तक प्रति साल के लिए हो सकता है।
DOTT कोर्स करने के बाद कितनी सैलरी मिलती है
किसी भी जॉब की सैलरी कई सारे बातों पर निर्भर करता है जैसे कि काम करने के स्थान, अनुभव, सरकारी या निजी सेक्टर में नौकरी, और संबंधित संगठन की नीतियों उनमे से मुख्य है।
DOTT कोर्स के बाद मिलने वाले नौकरी में आपको शुरुआती औसत सैलरी ₹15,000 से ₹25,000 प्रतिमाह तक हो सकती है। समय के साथ साथ अनुभव होने पर यही सैलरी ₹30,000 से ₹50,000 प्रतिमाह तक हो सकती है।
DOTT Course Syllabus in Hindi | DOTT कोर्स का सिलेबस
हमने आपको ऊपर पहले ही बताया है कि DOTT 2 साल का कोर्स होता है। इन 2 सालो में स्टूडेंट को क्या क्या पढ़ाया जाता है उसके बारे में यहाँ हम आपको बताने जा रहे हैं। इनको जानने के बाद आपको DOTT Course Syllabus in Hindi के बारे में अच्छी जानकारी हो जायेगी।
प्रथम वर्ष का पाठ्यक्रम
- जीव रसायन
- सामान्य मानव शरीर रचना
- सामान्य मानव शरीर क्रिया विज्ञान
- एनेस्थीसिया का परिचय
- पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी
- सर्जरी के सिद्धांत और अभ्यास
- ऑपरेशन थिएटर का परिचय
- ऑपरेशन थिएटर की जिम्मेदारियां
द्वितीय वर्ष का पाठ्यक्रम
- सामान्य शल्य चिकित्सा प्रक्रियाएं
- बंध्याकरण और कीटाणुशोधन
- दवा और रक्त आधान
- दवाओं के प्रकार और पूर्व-दवा
- चिकित्सा नैतिकता और रोगियों की देखभाल
- ऑपरेशन से पहले और बाद में रोगी की देखभाल
- सर्जिकल उपकरणों की निगरानी और उपयोग
- सार्वभौमिक सुरक्षा सावधानियाँ और प्रक्रियाएँ
DOTT कोर्स के लिए भारत के बेस्ट कॉलेज | Best Colleges For DOTT Course
भारत मे बहुत से कॉलेज हैं जहाँ से आप DOTT की उच्च कोटि की शिक्षा ले सकते है। यहाँ हम आपके साथ भारत में DOTT कोर्स के लिए कुछ बेस्ट कॉलेजो की सूची को शेयर कर रहे है। इन सभी कॉलेजो में विद्यार्थियों को DOTT की उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान की जाती है।
- एल एन जेपी आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, नई दिल्ली
- स्टीपल्स डीपीटी एजूकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, बंगलौर
- अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ
- संस्कृति विश्वविद्यालय, चेन्नई
- वेस्ट बंगाल हेल्थ सर्विसेज कॉर्पोरेशन, कोलकाता
- अमृता स्वास्थ्य विद्यापीठ, कोची
- रामा अयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली
- भारती विद्यापीठ दंतेवाड़ा, पुणे
- बीएम बिरला स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान, कोलकाता
- गोवा मेडिकल कॉलेज, गोवा
DOTT कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या होती है?
यदि आप भी DOTT कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया को जानना चाहते है तो आप एकदम सही जगह पर है। यहाँ हम आपको स्टेप बॉय स्टेप प्रवेश प्रक्रिया को बतायेगें। उम्मीद है ये जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
- सबसे पहले, आपको चयनित कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर DOTT के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। आवेदन फॉर्म में माँगी गई सारी जानकारी को सही सही भरें और आवश्यक दस्तावेजों के साथ सबमिट कर दें।
- अब आपको DOTT कोर्स में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण मानदंडों को पूरा करना होगा। हमने इसके महत्वपूर्ण योग्यता के बारे में पूरा विस्तार से बताया है।
- कुछ कॉलेजो में DOTT कोर्स में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इन कॉलेजो में प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद ही एडमिसन मिलता है।
- आवेदकों को प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर कॉलेज द्वारा चुना जाता है। चयन होने पर, आपको डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाता है। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होने के बाद आपका एडमिसन DOTT कोर्स में हो जाता है।
DOTT कोर्स के करने के बाद कौन कौन सी नौकरियां मिल सकती है?
DOTT कोर्स के करने के बाद आपको कई सारे पदों पर उच्च कोटि की हाई सैलरी वाली नौकरियां मिल सकती हैं। DOTT कोर्स के करने के बाद मिलने वाले कुछ महत्वपूर्ण नौकरियों को यहाँ हम शेयर कर रहे हैं। DOTT कोर्स में एडमिशन लेने से पहले आपको इन नौकरियों को जानना जरूरी है।
1. ऑपरेशन थिएटर टेक्निशियन: DOTT कोर्स करने के बाद विद्यार्थियों को ऑपरेशन थिएटर टेक्निशियन के रूप में उच्च कोटि की हाई सैलरी वाला जॉब मिल सकता है। एक ऑपरेशन थिएटर टेक्निशियन का मुख्य काम ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की सहायता करना होता है।
2. ऑपरेशन थिएटर नर्स: DOTT की पढ़ाई पूरा करने के बाद आप ऑपरेशन थिएटर नर्स के रूप में अपना एक बेहतरीन करियर बना सकते है। एक ऑपरेशन थिएटर नर्स का मुख्य काम
ऑपरेशन थिएटर में रोगियों की देखभाल करना, ऑपरेशन में सहायक और डॉक्टरों के दिशा-निर्देशों का पालन करना होता है।
3. सर्जिकल टेक्नोलॉजिस्ट: DOTT कोर्स पूरा करने के बाद, विद्यार्थी सर्जिकल टेक्नोलॉजिस्ट के रूप में नौकरी पा सकते हैं। एक सर्जिकल टेक्नोलॉजिस्ट का मुख्य काम अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में सर्जरी में सहायता करना होता है।
4. डिप्लोमा इनसानियटी टेक्नोलॉजिस्ट: DOTT कोर्स की पढ़ाई पूरा करने के बाद विद्यार्थी डिप्लोमा इनसानियटी टेक्नोलॉजिस्ट की नौकरी लेकर अपना एक बेहतरीन कैरियर बना सकते है। एक डिप्लोमा इनसानियटी टेक्नोलॉजिस्ट का मुख्य काम अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में सांचे बनाना, सजाना, और अस्पताल में साफ-सफाई करने का होता है।
5. ऑपरेशन थिएटर सुपरवाइजर: DOTT कोर्स करने के बाद विद्यार्थी ऑपरेशन थिएटर सुपरवाइजर के रूप में भी नौकरी पा सकते हैं। एक ऑपरेशन थिएटर सुपरवाइजर का मुख्य काम ऑपरेशन थिएटर में काम करने वाले टेक्निशियन्स की निगरानी करना होता है।
निष्कर्ष:
इस पूरे लेख में हमने DOTT ( डिप्लोमा इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी ) कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की है। DOTT कोर्स एक चिकित्सा तकनीकी कोर्स है जो ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षित करता है। इस कोर्स को करके छात्र अपना एक बेहतरीन करियर बना सकते हैं।
हमको पूरी उम्मीद है कि इस पूरे लेख को पढ़ने के बाद आपको DOTT Course Details in Hindi के बारे में काफी अच्छी जानकारी हो गई होगी। यदि इस लेख को लेकर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप कमेंट के माध्यम से बता सकते है। हम आपके सवाल या सुझाव का जबाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेगें।
DOTT Course Details in Hindi पर सामान्य प्रश्न (FAQs)
DOTT का फुल फॉर्म क्या है?
DOTT का फुल फॉर्म “डिप्लोमा इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी” होता है। DOTT एक चिकित्सा तकनीकी कोर्स है। इस कोर्स को करने के बाद छात्रों को ऑपरेशन थिएटर में काम करने का मौका मिलता है।
DOTT कोर्स की फीस कितनी है?
सरकारी कॉलेज में DOTT कोर्स फीस ₹20000 से ₹50000 हर साल के लिए हो सकता हैं। वही प्राइवेट कॉलेज में यह फीस ₹50000 से ₹100000 तक प्रति साल हो सकती है।
DOTT कोर्स के बाद सैलरी कितनी मिलती हैं?
DOTT कोर्स के बाद शुरुआती औसतन सैलरी ₹15,000 से ₹25,000 हजार प्रति महीना तक मिलता है। अनुभव होने पर यही सैलरी ₹30,000 से ₹50,000 तक हो जाती है।